अगर आप भी घंटों मोबाइल पर समय बिताते हैं तो ये खबर आपके लिए जरूरी है, अस्पताल जाने से बचें, जानिए कैसे?

Smartphone Pinky Syndrome: हथेलियों में अकड़न, उंगलियों के पोर में सूजन और दर्द की समस्या के चलते 22 साल के युवक को AIIMS जाना पड़ा. जांच में पता चला कि घंटों मोबाइल फोन के इस्तेमाल की वजह से उसे असहनीय दर्द हो रहा था.

Smartphone Pinky Syndrome: आज मोबाइल हमारे जीवन का अहम हिस्सा हो गया है. विशेषतौर पर एंड्रॉइड (Android) और एप्पल (Apple) के स्मार्टफोन से लोग नजरें हटाने को ही तैयार नहीं होते. जब नजरें नहीं हटतीं तो फिर फोन हाथ से दूर भी नहीं होता. दिन-रात मोबाइल फोन की स्क्रीन पर उंगलियां ऐसे चलती हैं, जैसे कसी तबलावादक की उंगलियां तबले पर. स्मार्टफोन (Smartphone) के बिना कुछ दिन रहने के बारे में सोचकर ही लोग घबरा जाते हैं. यहां तक कि अगर कुछ देर तक फोन ना मिले तो हम परेशान हो जाते हैं और कुछ देर तक फोन की घंटी न बजे तो हम बार-बार उसकी स्क्रीन पर टैप करके देखते हैं कि फोन ठीक है या नहीं. लेकिन स्मार्टफोन की यही आदत हमें बीमार कर रही है और कई तरह के दर्द दे रही है.

 

विशेषतौर पर स्मार्टफोन की वजह से हमारे हातों में दर्द रहने लगा है. हथेलियों में अकड़न, उंगलियों के पोर में सूजन और दर्द रहने लगा है. ऐसा ही एक मामला दिल्ली के मशहूर AIIMS में सामने आया है. 22 साल के युवक की हथेली व उंगलियों में असहनीय दर्द हो रहा था (Addicted to phone disease). दर्द इतना ज्यादा था कि लड़का और उसके परिजन बुरी तरह से परेशान हो गए थे. कई तरह की जांच के बाद भी इस दर्द का कारण पता नहीं चला.

यूं कम हुआ दर्द

जब मरीज की जीवनशैली यानी लाइफस्टाइल और आदतों पर बात की गई तो पता चला कि मरीज कई घंटों तक अपने मोबाइल को हाथों में पकड़े रहता था. उसका ज्यादातर समय मोबाइल फोन पर उंगलियां चलाते हुए ही बीतता था. पता चला कि इसी वजह से उसके हाथों में इतना अधिक दर्द हो रहा ता. जैसे-जैसे उसने मोबाइल फोन का इस्तेमाल कम किया, मोबाइल फोन पकड़ना कम किया, वैसे-वैसे उसका दर्द भी जाता रहा.

हिंदी दैनिक नवभारत टाइम्स ने एम्स की डॉक्टर उमा कुमार का बयान छापा है, जिसमें उनका कहना है कि यह मामला भले ही रेयर हो, लेकिन मोबाइल फोन को घंटों थामे रहना हाथ व उंगलियों में दर्द का कारण बन सकता है. यह 22 वर्षीय युवक उत्तर प्रदेश का रहने वाला है और हम समय मोबाइल फोन पकड़े रहने की वजह से उसकी हथेली और उंगलियों में दर्द रहने लगा था.

ऐसी थी स्थिति

उत्तर प्रदेश के इस युवक ही हालत यह थी कि जब सुबह वह सोकर उठता था, तो उसके हाथों का दर्द बढ़ जाता था. डॉक्टरों ने जांच की तो बताया गया कि युवक रूमेटाइड ऑर्थराइटिस से पीड़ित है. हालांकि, यह इस उम्र में रेयर है. जब उसे एम्स ले जाया गया तो यहां रूमेटाइड ऑर्थाराइटिस विभाग की HOD डॉक्टर उमा कुमार ने बताया कि टेस्ट में कुछ इंफ्लामेटरी मार्कर्स बढ़े होने की वजह से उसे रूमेटाइड ऑर्थराइटिस बता दिया गया था. उन्होंने बताया कि जब उन्होंने रूमेटाइड ऑर्थराइटिस का टेस्ट किया तो यह नेगेटिव आया.

डॉ. उमा ने बताया कि रूमेटाइड ऑर्थराइटिस टेस्ट (Rheumatoid Arthritis) नेगेटिव आने के बावजूद युवक के हाथ को दबाने पर उसे बहुत अधिक दर्द होता था. जब डॉक्टरों ने इसका कारण तलाशने की कोशिश की तो उन्हें जानकारी मिली की युवक घंटों तक मोबाइल फोन हाथ में पकड़े रहता था. ज्ञात हो कि आजकल आमतौर पर मोबाइल फोन की स्क्रीन 6 इंच या इससे अधिक होती है. इनका वजन भी 140 से 170 ग्राम तक होता है. इतने भारी फोन को पकड़े रहने की वजह से उंगलियों पर प्रेशर पड़ता है. जब आप रोज घंटों तक ऐसा करते हैं तो उंगलियों में सूजन आ जाती है और दर्द होने लगता है. युवक को अपनी इस आदत को बदलने के लिए कहा गया और उसे फायदा होने लगा.

पिंकी फिंगर सिंड्रोम क्या है

मोबाइल फोन की वजह से आजकल ऐसी समस्या आम हो गई है. सबसे ज्यादा समस्या पिंकी फिंगर सिंड्रोम (Pinky Finger Syndrome)  की होती है. ऐसे में अपनी छोटी उंगली से लोग अक्सर फोन को होल्ड करके रखते हैं. छोटी उंगली इतना वजन सह नहीं पाती है, इसके लिए उंगली को टेढ़ा करके रखना पड़ता है. सबसे अधिक दर्द भी इसी छोटी उंगली में होता है. छोटी उंगली में होने वाली इस तरह की समस्या को पिंकी फिंगर सिंड्रोम कहा जाता है.

यही वजह है कि फोन को लंबे समय तक पकड़े रहने की आदत को बदलने की सलाह दी जाती है. जब आपको फोन पर लगातार लंबे समय तक बात करनी हो तो ईयरफोन का इस्तेमाल करना चाहिए.

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *